खास खबर: दोनो किडनियां फेल ...फिर भी घर पर रहकर 5 दिन मे दी कोरोना को मात ddnewsportal.com

खास खबर: दोनो किडनियां फेल ...फिर भी घर पर रहकर 5 दिन मे दी कोरोना को मात ddnewsportal.com
फोटो: विकास बंसल

खास खबर: दोनो किडनियां फेल ...फिर भी घर पर रहकर 5 दिन मे दी कोरोना को मात 

डायलिसिस पर जी रहे पांवटा साहिब के विकास बंसल ने कही दिल की बात, डाॅ नांगिया हर समय लेते रहते थे फीडबैक, सप्ताह मे तीन दिन होता है डायलिसिस

पांवटा साहिब के होम्योपैथी का कमाल, प्रदेश मे इस तरह का पहला मामला, हजारों लोग ले चुके है लाभ

अति गंभीर बीमारी वालों को भी कोरोना वायरस से बचा रही होम्योपैथी दवा, सरकार मेहरबान हो तो कोरोना के चक्र को कुछ ही दिनों मे तोड़ देगा हिमाचल

देश प्रदेश अनलाॅक होने के बाद से कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ने शुरू हो गये हैं। हिमाचल प्रदेश भी इसकी चपेट से दूर नही है। राजनैतिक सभाओं, वैवाहिक समारोह और अन्य कार्यक्रमों मे लोगों की फिर से जुटती भीड़ ने कोरोना वायरस को फिर से फैलने का मौका दे दिया है। यही कारण है कि खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी इस पर चिंता व्यक्त कर लोगों से सामाजिक कार्यक्रमों से दूरी बनाने की सलाह दे चुके हैं। इन सबके बीच चिंता की बात यह है कि इस कथित दूसरी लहर मे डेथ रेट मे बढौतरी हो रही है। पहले जब प्रदेश मे हर दिन 700 से अधिक मामले भी आते थे तब भी डेथ रेट प्रति दिन 2 से 3 होता था। लेकिन अब यह डराने लगा है। सर्दी बढ़ने के साथ ही अति गंभीर बीमारी वालों के लिए कोरोना जानलेवा साबित हो रहा है। विशेषकर किडनी की बीमारी से जूझ रहे लोग इससे बचने मे नाकामयाब हो रहे है। वर्तमान मे प्रदेश मे कोरोना से मरने वालों की संख्या प्रतिदिन 8 से 10 हो गई है। लेकिन इन सभी के बीच पांवटा साहिब मे एक ऐसा मामला देखने को मिला है जिसे हम यदि चमत्कार कहें तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। 
     पांवटा साहिब मे दोनो किडनियां फेल होने के बावजूद डायलिसिस पर जी रहे एक मरीज ने मात्र पांच दिन मे कोरोना को मात देकर सबको चकित कर दिया है। पिछले करीब अढ़ाई वर्ष से किडनी की अति गंभीर बीमारी से जूझ रहे और सप्ताह मे तीन बार डायलिसिस करवाने वाले पांवटा साहिब के विकास बंसल ने कोरोना को मात दी है। और कोरोना पर इस जीत का श्रेय वह होम्योपैथी चिकित्सा को देते है। बातचीत मे विकास बंसल ने कहा कि वह रूटीन मे पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल मे डायलिसिस करवाने जाते थे। गत माह 24 अक्तूबर को उनकी कोविड-19 की जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आ गई और उनकी तबीयत इतनी बिगड़ गई कि वह तीन दिन तक डायलिसिस करवाने भी नही जा सके। एक तरह से वह बेहोशी की हालत मे थे। फिर उन्होंने होम्योपैथी चिकित्सक डाॅ रोहताश नांगिया से संपर्क किया। डाॅ नांगिया ने उन्हें दवा दी और दिन मे करीब तीन से चार बार उनसे बात करते रहे। उन्होंने बड़ी केयर की और उसी का नतीजा रहा कि मात्र पांच दिन मे जहां उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई वहीं उनकी हालत मे भी सुधार आया। विकास कहते हैं कि वह खुले मंच पर भी इस बात को स्वीकार करने का हौंसला रखते हैं कि यदि डाॅ रोहताश नांगिया न होते तो पता नही उनके साथ क्या हो जाता। शायद प्रदेश का यह पहला मामला है कि अति गंभीर रोग से जूझ रहा कोई व्यक्ति बिना होस्पिटलाईज घर पर ही ठीक हुआ हो। वह सरकार से आग्रह करते हैं कि ऐसी प्रतिभा को मौका मिलना चाहिए ताकि प्रदेश कोरोना के इस चंगुल से बाहर निकल सके। इस प्रकार के पांवटा साहिब मे कईं मामले सामने आ चुके हैं और पांवटा उपमंडल के हजारों लोग डाॅ रोहताश नांगिया के शोध का लाभ ले रहे हैं। शायद यही कारण है कि तीन राज्यों के सीमांत नगर पांवटा साहिब मे आज भी कोरोना रिकवरी रेट पूरे प्रदेश मे बेहतरीन है। 

          गोर हो कि इससे पहले चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष सतीश गोयल और भाजपा पांवटा साहिब मंडल के अध्यक्ष अरविंद गुप्ता ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर डाॅ रोहताश नांगिया के शोध से बनी दवा केम्फर-200 को कोरोना मे सबसे कारगर बताया था। हालांकि आधिकारिक तौर पर कोई बोलने को तैयार नही लेकिन आज की डेट मे प्रदेश सरकार के मंत्री सहित जिला सिरमौर के विभिन्न विभागों के बड़े अधिकारी भी होम्योपैथिक दवा लेकर कोरोना से मुक्त हो रहे हैं। चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष सतीश गोयल ने तो यहां तक कह दिया कि जब इस दवा का कोई साईड इफेक्ट नही तो सरकार को इसकी परमिशन देने मे क्या दिक्कत है। उन्होंने कहा कि चेंबर अकैले सिरमौर जिला के लोगों तक इस दवा को पंहुचाने का सारा खर्च उठाने को तैयार है। 

     होम्योपैथिक की दवा का असर भाजपा के पदाधिकारी भी मानने लगे हैं। और खुले तौर पर सोशल प्लेटफार्म पर भाजपा पदाधिकारी उन्हे कोरोना से बचाने मे डाॅ नांगिया को श्रेय दे रहे हैं। भाजपा पांवटा साहिब मंडल के मीडिया प्रभारी रोहित चौधरी का कहना है कि वह अगस्त मे ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के स्वागत कार्यक्रम के दौरान साथ रहे। लेकिन वह पिछले एक माह से डाॅ रोहताश नांगिया द्वारा दी गई दवाई का सेवन कर रहे थे। यही कारण रहा कि भीड़ मे मौजूद रहने पर भी उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। जबकि उनके कई साथी पाॅजिटिव आए। रोहित चौधरी ने कहा कि डाॅ रोहताश नांगिया पांवटा साहिब को कोरोना से बचाने मे अपनी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। सैंकड़ों-हजारों लोगों को वह निशुल्क दवाई दे चुके हैं और जिसने भी उनकी दवाई ली है वो सभी नेगेटिव आए हैं। यही नही पाॅजिटिव आए जिन लोगों ने भी उनकी दवाई ली है वह 5 दिन मे नेगेटिव हुए हैं। इसलिए सरकार को ऐसी प्रतिभा के शोध को आगे लाने के प्रयास करने चाहिए। इसमे प्रदेश का नाम भी रोशन होगा और लोग कोरोना से भी बचेंगे।

हमारी इस खबर को लिखने की यह मंशा कतई नही है कि प्रदेश मे स्वास्थ्य विभाग ने काम नही किया है। विभाग की सभी शाखाओं जिसमे एलोपैथी, आयुर्वेदिक और अन्य जो भी है सभी ने कोरोना काल मे बेहतरीन काम किया है। कोरोना फ्रंटलाईन वाॅरियर्स के रूप मे चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, आशा वर्कर्स और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित पुलिस, होमगार्ड और सफाई कर्मचारियों ने जी जान से काम कर लोगों की सेवा की है। लेकिन जब कोई महामारी इंसानियत को निगलने पर तुली हों तो उससे बचने के लिए सरकार द्वारा सभी प्रयास किये जाने चाहिए। फिर चाहे वो होम्योपैथी चिकित्सक का कोई शोध हो या अन्य कोई उपाय।